May 2020

Shanti gurudev pratistha mahotsava salgirah dhwaja

शांति गुरुदेव की प्रतिष्ठा महोत्सव सालगिरह पर आज भोमियाजी भवन के प्रांगण में प्रातः पूजा कर ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कोविड-१९ जैसी महामारी के चलते सरकार द्वारा लॉकडाउन केपढ़ना जारी रखे…

Lalit gandhi president aijmf jain times com

अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ (AIJMF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित गांधी ने सभी के सकुशल होनें की आशा करते हुए एक पत्र के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा करतेपढ़ना जारी रखे…

Shantinath bhagwan janam mokcha kalyanak

शान्तिनाथ भगवान ( Lord Shantinath ) जैन धर्म के 16 वें तीर्थंकर है। आज शांतिनाथ भगवान (Shantinath Bhagwan) का जन्म एवं मोक्ष कल्याणक दिवस है। इनका जन्म वैशाख मास केपढ़ना जारी रखे…

Maun ekadasi ka jaap cover

।। अथ मौन एकादशी का जापः ।। ।। जंबूद्वीपे भरतक्षेत्रे अतीत 24 जिन पंच कल्याणक नाम ।।1।। 4।। श्री महायश सर्वज्ञाय नमः ।। 6।। श्री सर्वानुभूति अर्हते नमः ।। 6।।पढ़ना जारी रखे…

Samayik mupati padilehu jain times

सामायिक आराधना लेने के लिये बाह्य शुद्धि करना जरुरी है। अतः सर्वप्रथम हाथ-पैर धोकर स्वच्छ होना और शुद्ध वस्त्र पहनने चाहिये। फिर शुद्ध स्थान पर भूमिको प्रमार्जन कर उच्च आसनपढ़ना जारी रखे…

Emphasis on self-reliance under Lockdown 4

लॉकडाउन 4 ( Lockdown 4 ) को 18 मई से बढ़ाकर 31 मई तक किया गया। आगे बढ़ाने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भरता पर जोर देतेपढ़ना जारी रखे…

Finance Minister Nirmala Sitharaman announce in details of Financial Package

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज से जुड़ी जानकारी दी। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्थापढ़ना जारी रखे…

Rupa devi kochar post

आदरणीय रूपा देवी कोचर ( धर्मपत्नीः श्री खेम चन्द जी कोचर ) बिकानेर निवासी का स्वर्गवास आज मंगलवार दिनांक 12 मई 2020 को हो गया है। उनका जन्म सोमवार दिनांकपढ़ना जारी रखे…

16 SHANTINATH-BHAGWAN

बड़ी शांति ( Badi Shanti ) की आराधना करे।भो भो भव्याः। श्रृणुत वचनं, प्रस्तुतं सर्वमेतद्, ये यात्रायां त्रिभुवन गुरो-रार्हता भक्तिभाजः। तेषां शांतिर्भवतु भवतामर्हदादि-प्रभावा, दारोग्य-श्री-धृति-मति-करी क्लेश – विंध्वंसहेतुः ॥1॥ भो भोपढ़ना जारी रखे…

Guruvandana1

इच्छामि खमासमणो !वंदिउं जावणिज्जाए निसीहिआए,मत्थएण वंदामि। खमासमण ( Khamasman ) – इस सूत्रसे देव व गुरु को वंदन किया जाता है। देव यानि जिनेश्वर भगवान ( तीर्थंकर), गुरु यानि ऐसेपढ़ना जारी रखे…