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Guruvandana1

इच्छामि खमासमणो !वंदिउं जावणिज्जाए निसीहिआए,मत्थएण वंदामि। खमासमण ( Khamasman ) – इस सूत्रसे देव व गुरु को वंदन किया जाता है। देव यानि जिनेश्वर भगवान ( तीर्थंकर), गुरु यानि ऐसेपढ़ना जारी रखे…

Swadhayay

स्वाध्याय कर सकता हूं क्योंकि जैन कुल में जन्म लिया हूं।ज़िंदगी में पहले ऐसा पंगा नहीं देखा। हवा शुद्ध है पर मास्क पहनना अनिवार्य है। सड़कें खाली हैं पर लॉन्ग ड्राइव परपढ़ना जारी रखे…

भारतवर्ष में जैन धर्मानुरागियो द्वारा हजारो की संख्या में लोग वर्षीतप की तपस्या करते है। यह तपस्य़ा करते समय वर्षभर तक एक दिन उपवास और एक दिन इकासना करना पड़तापढ़ना जारी रखे…

कोरोनावायरस (कोविड-19) पर पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से की मंत्रणा, कहा - लॉकडाउन का मिला फायदा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को देशभर में कोरोनावायरस की महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिएपढ़ना जारी रखे…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से भारतवासियों का निवेदन

भारत के सभी राज्यों मे कोरोनावायरस को रोकने हेतु 24-March से लाँकडाउन की घोषणा की गयी थी। जिसको बढाकर अब 3-May तक किया गया है। अभी कोरोनावायरस की महामारी केपढ़ना जारी रखे…

श्रमण-श्रमणी एवं श्री संघ को चातुर्मास की विशेष सुचना

पंचपरमेष्ठी के चरणों में कोटी-कोटी वंदन। कोरोनावायरस महामारी के चलते बढ़ते हुए लोकडाउन की स्थिति को ध्यान में रखकर सरकारी निति एवं नियमों के अनुसार सभी गुरूभंगवंत जिस स्थान मेंपढ़ना जारी रखे…

आचार्य विजय रत्नसुन्दर सुरीश्र्वरजी महाराज साहेब का संदेश

आज की विषम परिस्थिति में आपकी सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी क्या…? आप इस विडियों को देखे तथा आचार्य विजय रत्नसुन्दर सुरीश्र्वरजी महाराज साहेब ने अपने संदेश में क्या कहां, समझने कीपढ़ना जारी रखे…

वर्षीतप का पारणा करवाने हेतु परिजनो को सुझाव

वैशाख सूद ३ रविवार दिनांक २६ अप्रैल २०२० को १३ महीने के महान तप वर्षीतप का पारणा करने वाले तपस्वियों के अनुमोदन का दिन है। अतः उनके परिजनों से विनम्रपढ़ना जारी रखे…

कम में ज्यादा करो... कोभिड-19 की मंदी से उबरने के लिए पीएम मोदी का सुझाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिंक्डइन पर पेशेवरों के साथ अपने विचारों को साझा किया तथा उन्होनें इस बात को गम्भीरता से लेते हुए कहा कि अब वह समय है जहांपढ़ना जारी रखे…

सामायिक साधना से विश्वमैत्री के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक आचरण इन रत्नत्रय के साथ जैन धर्म मेंपढ़ना जारी रखे…