Swadhayay

स्वाध्याय कर सकता हूं क्योंकि जैन कुल में जन्म लिया हूं

स्वाध्याय कर सकता हूं क्योंकि जैन कुल में जन्म लिया हूं।
ज़िंदगी में पहले ऐसा पंगा नहीं देखा। 
हवा शुद्ध है पर मास्क पहनना अनिवार्य है। 
सड़कें खाली हैं पर लॉन्ग ड्राइव पर जाना नामुमकिन है। ।। स्वाध्याय ..।।

लोगों के हाथ साफ हैं पर हाथ मिलाने पर पाबंदी है।
दोस्तों के पास साथ बैठने के लिए वक़्त है पर उनके दरवाजे बंद हैं।
गंगा का पानी साफ हो गया है पर उसे पीना किस्मत में नहीं है
पार्क खाली हैं पर सैर करने जा नहीं सकते। ।। स्वाध्याय ..।।

अपने अंदर का कुक दीवाना हुआ पड़ा है पर किसी को खाने पर बुला नहीं सकते। 
सोमवार को भी ऑफिस जाने के लिए दिल मचल रहा है पर ऑफिस में लंबा वीकेंड है। 
जिनके पास पैसे हैं उनके पास खर्च करने के रास्ते बंद हैं। 
जिनके पास पैसे नहीं हैं उनके पास कमाने के रास्ते बंद हैं। ।। स्वाध्याय ..।।

पास में समय ही समय है लेकिन अधूरी ख्वाहिशें पूरी नहीं कर सकते। 
दुश्मन जगह-जगह है पर उसे देख नहीं सकते। 
कोई अपनी दुनिया छोड़कर चला जाए तो उसे छोड़ने जा भी नहीं सकते। 
है तो सब-कुछ पर कुछ कर नहीं सकते। ।। स्वाध्याय ..।।