वर्षीतप का पारणा करवाने हेतु परिजनो को सुझाव

वर्षीतप का पारणा करवाने हेतु परिजनो को सुझाव

वैशाख सूद ३ रविवार दिनांक २६ अप्रैल २०२० को १३ महीने के महान तप वर्षीतप का पारणा करने वाले तपस्वियों के अनुमोदन का दिन है। अतः उनके परिजनों से विनम्र निवेदन है कोरोनावायरस महामारी की वजह से सरकार के द्वारा घोषित बातो को ध्यान में रखे। अपने घर में ही धार्मिक आराधना करवाने का कार्यक्रम करें। इस दौरान आप सभी निम्न बांतो का ध्यान जरूर रखेः-

वर्षीतप का पारणा घर पर ही सम्भव हो तो पक्षाल अथवा वासक्षेप पूजा से करें। अन्य कोई भी घर पर इकट्ठे होकर पक्षाल न करें। सोशल डिस्टेन्सिंग का पूरा ध्यान रखें।

वर्षीतप का पारणा करने के लिये गुड़ के पानी से ही पारणा करें।  गन्ने का रस की कितनी भी सतर्क व्यवस्था कर जोखिम न लें।

वर्षीतप का पारणा निमित्त कोई भी एक बिल्डिंग या अधिक बिल्डिंग के अन्दर ग्रुप मिलकर सांझी/ मेहंदी /भक्ति कार्यक्रम नही करे। न ही बिल्डिंग के ग्रुप मिलकर किसी एक फ्लैट में सामूहिक पारणा करें।

वर्षीतप का पारणा संबंधित सभी विधि एवं आयोजन अपने घर पर ही करना है। ऐसा करने से तपस्वी एवं आपके परिवार के सभी लोग सुरक्षित रहेगें। आप अपने घर पर ही अपने परिजनों के साथ उत्साह से पारणा करें।

अलग अलग मोबाइल से वीडियो कॉलिंग भी कर सकते है।

पारणा तपस्वी के भाई कराते है मगर यदि वो अन्य बिल्डिंग में रहते है तो उनको आमंत्रण देकर उनके जीवन में खतरे को आमंत्रण न दें। समाज की शर्म से शायद वो आ भी जाएंगे, मगर कुछ भी गलत हो गया तो आप अपने आपको कभी माफ नही कर सकोंगे।

अतः फिर से एक वार आप सभी से निवेदन है कि सारे कार्यक्रम आपको अपने घर पर ही करने है। बिल्डिंग के अन्य परिवार या पडोसी को आमंत्रित कर एक दूसरे की जीवन की जोखिम बिल्कुल भी न लें।

जैन शिक्षित समुदाय है अतः कानून के दायरे में रहकर कोरोना की चैन तोड़ने में सहयोग करें। यदि एक भी वीडियो या फोटो सोशल डिस्टेन्सिंग तोड़ने का मीडिया पर आ गया या पुलिस में शिकायत हो गई तो पूरे समाज में आपका नाम खराब होगा।

अतिआवश्यक सूचना को आगे प्रेषित अवश्य करें – प्रदीप कोचर

1 Comment

  1. jaintimesap

    ईसवी सन् १८१८ यानी करीब २०२ वर्षों पहले तत्कालीन ईष्ट इंडिया कंपनी ने जैनियों के ‘वर्षीतप’ से प्रभावित होकर उस जमाने में एक आना का तांबे का सिक्का प्रचलित किया था जिसका फोटो देखकर आपको भी जरुर गौरव महसूस होता होगा।

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