सामायिक साधना से विश्वमैत्री का संदेश

सामायिक साधना से विश्वमैत्री के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक आचरण इन रत्नत्रय के साथ जैन धर्म में ध्यान का महत्व भी बताया गया है। ध्यान का उद्देश्य स्वंय को साकार करना, आत्मामुक्ति पाना और आत्मा को पूर्ण स्वतंत्रता की ओर ले जाना हैं। आत्मा में रमण करना, समतापूर्वक पाप का त्याग करना ही सामायिक है।

विश्व मैत्री का सन्देश सभी के ह्रदय में घुल सके, ऐसी भव्य भावना के साथ सामायिक के आयोजन में मूर्तिपूजक, तेरापंथी, स्थानकवासी एवं दिगम्बर समाज से लोग, महावीर भवन, हावड़ा में पधार कर आत्मशुद्धि के इस पुण्य कार्यक्रम में सहभागी बने।

सामायिक-साधना-संदेश

यह कार्यक्रम अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में महावीर भवन (राजस्थान) जैन संघ, ऑल ईंडिया जैन मायनोरिटी फेडरेसन- पश्चिम बंगाल, श्री महावीर जैन मंडल, महावीर महिला मंडल, महावीर महक संघठना के ‌द्वारा आयोजित किया गया।

सामायिक कार्यक्रम में मंगलाचरण, भक्ताम्बर तथा प्रभु-भक्ति कर धार्मिक अराधना पूरी की गयी। सभी की हार्दिक इच्छा है कि यह कार्यक्रम हर महिने में एक बार जरूर होना चाहिए।