पंचपरमेष्ठी के चरणों में कोटी-कोटी वंदन। कोरोनावायरस महामारी के चलते बढ़ते हुए लोकडाउन की स्थिति को ध्यान में रखकर सरकारी निति एवं नियमों के अनुसार सभी गुरूभंगवंत जिस स्थान में थे वही रूके हुए है। सभी जगहों पर अच्छी व्यवस्था है। यह जैन धर्मानुरागियों के लिये एक अच्छा उदाहरण है। जिसका सभी अनुमोदन करते हैं।
इस प्रसंग पर विभिन्न संस्थाओं की विनती पर कई गच्छाधिपतियों ने अपने एक पत्र के माध्यम से सुचना प्रसारित की है जिसकी कॉपी में आप सभी के सुचनार्थ जैन-टाइम्स.कॉम पर प्रकाशित कर रहा हूं।
आप सभी संस्थाओ के पदाधिकारियों से विनम्र निवेदन है कि आप सभी इस पर विचार कर आगे का कार्यक्रम सुनिश्चित करें।
इस विकट स्थित में आप सभी सरकार द्वारा दिये गये निर्देशो का पालन करते हुए सुरिक्षित रहे, खुश रहे इसी मंगल कामनाओं के साथ।
जैन-टाइम्स.कॉम