कोरोनावायरस (कोविड-19) महामारी की वजह से पैदा हुए हालात का आकलन करने पश्चिम बंगाल आयी हुई केंद्रीय टीमों में से एक टीम ने मंगलवार को शहर के कुछ इलाकों का दौरा किया। टीम के साथ पूरे वक्त बीएसएफ और राज्य पुलिस की टीमें सुरक्षा के लिए मौजूद रहीं।
कुछ ही घंटे पहले राज्य सरकार पर सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए रक्षा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव एवं टीम के प्रमुख अपूर्व चंद्रा ने सुबह दावा किया था कि राज्य सरकार द्वारा उन्हें कहा गया है कि वह और उनकी टीम के लोग बाहर नहीं जाएंगे।
सोमवार को दिल्ली से दो इंटर मिनिस्ट्रीयल सेंट्रल टीम (आईएमसीटी) टीमों के आने के बाद केंद्र और राज्य सरकार के बीच तनातनी शुरू हो गई थी। दो टीमों में से एक कोलकाता में है जबकि दूसरी टीम जलपाईगुड़ी जिले में है। उन टीमों को कोलकाता और राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में कोरोनावायरस के चलते पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए भेजा गया है।
केंद्र सरकार की अंतर-मंत्रालयी टीमों को पश्चिम बंगाल के अलावा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में भी भेजा गया है ताकि उन राज्यों में कोरोनावायरस महामारी से पैदा हुए हालात का आकलन किया जा सके।
राज्य स्वास्थ्य प्रशासन के अनुसार, पश्चिम बंगाल में कोरोनावायरस से संक्रमित कुल व्यक्तियों की संख्या 359 हो गयी है जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का कहना है कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 392 तक पहुंच गयी है।