आदरणीय कमल चन्द जी आंचलिया ( Kamal Chand Ji Anchalia ) को श्रद्धांजली
आदरणीय कमल चन्द जी आंचलिया ( सुपुत्रः स्व. श्री आनंदमल जी आंचलिया ) देशनोक निवासी का स्वर्गवास शनिवार दिनांक 11 जुलाई 2020 को रात्री लगभग 11 बज कर 15 मिन्टपढ़ना जारी रखे…
जैन-टाइम्स.कॉम – राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय जैन समाचार पोर्टल
आदरणीय कमल चन्द जी आंचलिया ( सुपुत्रः स्व. श्री आनंदमल जी आंचलिया ) देशनोक निवासी का स्वर्गवास शनिवार दिनांक 11 जुलाई 2020 को रात्री लगभग 11 बज कर 15 मिन्टपढ़ना जारी रखे…
आदरणीय नरेंद्र कुमार जी कांकरिया ( सुपुत्रः स्व. श्री मोतीलाल जी कांकरिया ) गोगोलाव निवासी का देवलोकगमन वृहस्पतिवार दिनांक 09 जुलाई 2020 को प्रातः से पहले लगभग 1 बज करपढ़ना जारी रखे…
गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मैं उन सभी गुरूजनों तथा विशिष्ट व्यक्तियों को नमन करता हूँ, जिन्होनें मुझे ज्ञान का भण्डार एवं संस्कार दिया । बल तथा धन कापढ़ना जारी रखे…
भक्तामर स्तोत्र का जैन धर्म में बडा ही महत्व है। भक्तामर स्तोत्र की रचना वाराणसी में ‘धनदेव’ श्रेष्ठि के यहाँ जन्मे आचार्य श्रीमानतुंग सूरि द्वारा किया गया। भक्तामर स्तोत्र जैन परंपराओं में सबसे लोकप्रिय संस्कृत प्रार्थना है।पढ़ना जारी रखे…
jain-times.com ( जैन-टाइम्स.कॉम ) | Freeman Apparel & Lifestule | Mob.: - 9432 60 60 60 | Email - press@jain-times.com